Monday, April 30, 2007

काळू काळू, हाँ बापू

हाल ही में मैंने "जॉनी-जॉनी, यस पापा" का यह भारतीय संस्करण सुना-


काळू काळू, हाँ बापू
ज़र्दा खाया , ना बापू
झूट बोले, ना बापू
मुहँ तो खोल, आ ले थू-~~~~~~

1 comment:

Anonymous said...

ऐसा ही एक और है..
गुड्डू गुड्डू ..हाँ पापा
खाया लड्डू...ना पापा
झूठ बोला...ना पापा
मुहँ तो खोला..हा हा हा
:)